भारतीय आयकर: एक विश्लेषण

 

डॉ. मोरध्वज त्रिपाठी

बिलासपुर (..).

*Corresponding Author E-mail:

 

ABSTRACT:

भारत में आयकर अन्य राष्ट्रों की तुलना में आयकर भुगतान करने में काफी पीछे है। इसका जिक्र भारत के प्रधानमंत्री जी ने अपने भाषणों में भी किया है। एक अध्ययन के अनुसार जापान में लगभग 97 प्रतिशत लोग कर देते हैं जबकि भारत में कुछ लोग ही कर देते हैं। अध्ययन को समग्र बनाने के लिये 100 दैवनिदर्शन लिये गये हैं। साथ ही साख्यिकीय तकनीकों का भी उपयोग किया गया है, ताकि अध्ययन को सारगर्भित बनाया जा सके।

 

KEYWORDS: भारत में आयकर, विश्लेषण.

 

 


 

प्रस्तावना -

अध्ययन के उद्देश्य -

भारत में आयकर के समग्र स्थितियों का अध्ययन करना।

अध्ययन की परिकल्पना -

संबंधित शीर्षक के अंतर्गत निम्नलिखित परिकल्पना की गई है -

1.   भारत में आयकर देने वालों की संख्या तुलनात्मक दृष्टि से कम हो रही है।

2.   आयकर के अधिनियम अत्यंत कठिन है।

3.   सरकार के द्वारा आयकर प्रोत्साहन योजना नहीं चलाई जा रही है।

 

भारत सरकार के द्वारा पांच वर्षों में आयकर वसूल की गई राशि का विवरण निम्नानुसार है -

Øekad

o"kZ

jkf'k ¼djksM+ esa½

1

2012&13

201840

2

2013&14

242888

3

2014&15

265772

4

2015&16

287637

5

2016&17

349270

 

विश्ेषण -

वर्ष 2012-13 में करदाता से आयकर 201840 करोड़ रूपये प्राप्त हुए एवं वर्ष 2013-14 में 242888 करोड़ रूपये की राशि प्राप्त हुई जो कि वर्ष 2012-13 की तुलना में 41048 करोड़ रूपये अधिक प्राप्त हुई।  इसी तरह से वर्ष 2014-15 में 265772 करोड़ रूपये एवं वर्ष 2015-16 में 287637 करोड़ रूपये प्राप्त हुए जो कि वर्ष 2012-13 की तुलना में 63932 करोड़ रूपये एवं 85797 करोड़ अधिक प्राप्त हुए। वर्ष 2016-17 में 349270 करोड़ रूपये प्राप्त हुए जो कि 2012-13 की तुलना में 147430 करोड़ रूपये अधिक प्राप्त हुए। 

 

वर्ष 2016 से 2021 तक आयकर का विश्लेषण

Øekad

o"kZ

jkf'k ¼djksM+ esa½

1

2016&17

185003

2

2017&18

206407

3

2018&19

225620

4

2019&20

325620

5

2020&21

330000

 

विश्लेषण -

वर्ष 2016-17 में 185003 करोड़ रूपये एवं वर्ष 2017-18 में 206407 करोड़ रूपये आयकर का संकलन हुआ एवं 21404 करोड़ रूपये अधिक प्राप्त हुए।  2018-19 एवं 2019-20 में क्रमशः 225620 करोड़ एवं 325620 करोड़ रूपये प्राप्त हुए, जो कि आधार वर्ष की तुलना में 40617 करोड़ रूपये एवं 14617 करोड़ रूपये की वृद्धि हुई।  इसी तरह से वर्ष 2020-21 में 330000 करोड़ रूपये की प्राप्ति हुई जो कि 2016-17 की तुलना में 144003 करोड़ रूपये अधिक था।

 

आयकर भरने वाले लोगों की संख्या

Øekad

o"kZ

jkf'k ¼djksM+ esa½

1

2012&13

2-14

2

2013&14

2-96

3

2014&15

3-14

4

2015&16

4-33

5

2016&17

5-28

6

2017&18

6-74

7

2018&19

6-68

 

विश्लेषण -

उपरोक्त आरेख का अध्ययन करने से स्पष्ट होता है कि वर्ष 2012-13 एवं 2013-14 में क्रमशः 2.14 करोड़ एवं 2.96 करोड़ आयकर दाताओं ने आयकर रिटर्न भरा अर्थात् गत वर्ष की तुलना में 0.86 करोड़ आयकर दाताओं में वृद्धि हुई।  2014-15 एवं 2015-16 में क्रमशः 3.41 करोड़ एवं 4.33 करोड़ आयकर दाताओं ने अपना आयकर विवरण भरा, जो कि वर्ष 2013-13 की तुलना में 0.82 एवं 2.19 करोड़ की वृद्धि हुई।  इसी तरह से वर्ष 2016-17 एवं 2017-18 में 5.28 एवं 6.74 करोड़ आयकरदाताओं ने अपने आयकर विवरण को भरा, जो कि वर्ष 2012-13 की तुलना में 3.14 करोड़ एवं 4.6 करोड़ अधिक था। वर्ष 2018-19 में 6.68 करोड़ आयकर दाताओं ने अपना विवरण भरा जो कि वर्ष 2017-18 की तुलना में 0.06 अधिक था।

 

प्रश्नावली के आधार पर विवरण -

1. क्या आप आयकर देते हैं?

Øekad

vk;dj nkrvksa dh la[;k

gkW

ugha

1

0&10

6

4

2

10&20

2

8

3

20&30

3

7

4

30&40

6

4

5

40&50

3

7

6

50&60

2

8

7

60&70

7

3

8

70&80

2

8

9

80&90

01

9

10

90&100

2

8

 

dqy

34

66

 

विश्लेषण -

उपरोक्त सारणी से स्पष्ट होता है कि 100 करदाताओं में 34 लोग कर देते हैं और 66 लोग कर नहीं देते हैं।

2. आयकर अधिनियम कठिन है?

Øekad

vk;dj nkrvksa dh la[;k

gkW

ugha

1

0&10

6

4

2

10&20

7

3

3

20&30

6

4

4

30&40

3

7

5

40&50

6

4

6

50&60

8

2

7

60&70

1

9

8

70&80

10

0

9

80&90

3

7

10

90&100

6

4

 

dqy

56

44

 

विश्लेषण -

56 करदाता यह मानते हैं कि भारतीय आयकर प्रणाली कठिन है एवं 44 करदाता यह मानते हैं कि आयकर प्रणाली कठिन नहीं है।

 

3. क्या केन्द्र सरकार के द्वारा कर हेतु प्रोत्साहन योजना चलाई जा रही है?

Øekad

vk;dj nkrvksa dh la[;k

gkW

ugha

1

0&10

7

3

2

10&20

6

4

3

20&30

6

4

4

30&40

7

3

5

40&50

9

1

6

50&60

5

5

7

60&70

6

4

8

70&80

4

6

9

80&90

7

3

10

90&100

7

3

 

dqy

64

36

 

विश्लेषण -

उपरोक्त सारणी से स्पष्ट होता है कि केन्द्र सरकार द्वारा कराधान हेतु कोई प्रोत्साहन योजना नहीं चलाई गई है।

 

परिकल्पना का परीक्षण -

समंकों एवं तथ्यों को आकलन करने से स्पष्ट है कि परिकल्पना 1 असत्य साबित होती है। परिकल्पना 2 सत्य साबित होती है एवं परिकल्पना 3 असत्य साबित होती है।

 

निष्कर्ष -

भारतीय आयकर एक कठिन प्रणाली है, जिसका अध्ययन कठिन है किन्तु असंभव नहीं है। भारत में आयकर देना कर्तव्य नहीं मानते हैं, जिसके कारण आयकर में तीव्र गति से वृद्धि नहीं हो पा रही है। 

 

सुझाव -

उक्त समस्या के समाधान के लिये केन्द्र सरकार को प्रोत्साहन योजना, वर्कशॉप, संगोष्ठि इत्यादि संचालित कर आयकर में वृद्धि की जा सकती है। साथ ही आयकर विवरण को भी सरल बनाने की आवश्यकता है।

 

संदर्भ सूची

1. आयकर विधान एवं लेखे, लेखक एस.सी. मल्होत्रा एवं गोयल.

2. वेतन पर आयकर, मुथुस्वामी एवं बृन्दा संजीव

3. आयकर, सिंघानिया

4. भारतीय बजट 2020-21

5. वार्षिक प्रतिवेदन, आयकर विभाग, भारत सरकार

 

 

Received on 17.01.2022         Modified on 24.02.2022

Accepted on 27.03.2022         © A&V Publication all right reserved

Int. J. Ad. Social Sciences. 2022; 10(1):25-30.